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Nag Panchami: नाग पंचमी की पावन पर्व की पूजा से दूर होंगी सारी समस्यायें, करें ये काम

Nag Panchami: नाग पंचमी की पावन पर्व की पूजा से दूर होंगी सारी समस्यायें, करें ये काम

Nag Panchami: हिंदू पंचांग के अनुसार नाग पंचमी शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है, जिसमें पूजा पाठ करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इस बार यह त्यौहार 9 अगस्त को मनाया जाएगा।

हिंदू पंचांग के अनुसार, नाग पंचमी का पर्व 9 अगस्त 2024 दिन शुक्रवार  को मनाया जाएगा। यह त्यौहार पूरे भारत में भक्ति और विभिन्न अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन पर भगवान शिव के साथ नाग देवता की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इसके साथ ही उनकी 108 नामों का जाप करना आवश्यक माना जाता है। Nag Panchami का पर्व बेहद महत्त्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन नाग देवता की पूजा होती है।

नाग देवता के 108 नाम का जाप: Nag Panchami

Nag Panchami 2024 की विशेषता:

इस साल nag panchami 9 अगस्त, दिन शुक्रवार को अच्छा पर्व माना गया है। जैसा कि हम जानते हैं कि हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाने का विधान है। कई नाग पंचमी को गुड़िया का पर्व के रूप में जाना जाता है। नाग पंचमी के दिन नाग बाबा का पूजा सी कुंडली में दोषों से मुक्ति मिलती है, इससे भक्तों के ऊपर नाग देवता की असीम कृपा बनी रहती है। नाग पंचमी के दिन 9 नाग देवताओं की उपासना करने से समस्त पापों से छुटकारा मिलता है और व्यक्ति के जीवन में असीम कृपा की प्राप्ति होती है।

9 नाग देवताओं के नाम: नौ देवताओं के नाम कुछ इस तरीके से दिया गया है।

  1. अनंत
  2. वासुकी
  3. शेष
  4. पह्मनाथ
  5. कंबल
  6. शाद्नखपाल
  7. धृतराष्ट्र
  8. तक्षक
  9. कालिया
  10. Nag Panchami 2024 की विधि:

ऐसा माना जाता है कि दक्षिण भारत में Nag Panchami के दिन लकड़ी की चौकी पर लाल चंदन सी सर्प बनाए जाते हैं, और मिट्टी के काले या पीले रंग की नाग देवता को बनाया जाता है।और उनकी दूध से पूजा की जाती है। कुछ लोग घर के मुख्य द्वार के दोनो साइड हल्दी से, चंदन की स्याही अथवा गोबर से नाग की आकृति बनाकर उसकी पूजा करते हैं। साथ ही कई घरों में दीवार पर गेरू पोतकर पूजन का स्थान बनाया जाता है, फिर उसे दीवार पर कच्चे दूध में कोयला घिसकर उसे एक घर की आकृति बनाई जाती है और उसके अंदर नागों की आकृति बनाकर उनकी पूजा की जाती है।

Nag Panchami 2024 का शुभ मुहूर्त कब है?

नाग पंचमी पूजा की शुभ मुहूर्त 9 अगस्त 2024 को सुबह 5 बजकर 47 मिनट से सुबह 8 बजकर 27 मिनट तक मानी गई है। इसी के बीच नाग देवता की पूजा करना शुभ मुहूर्त में माना जाता है।

Nag Panchami 2024 का महत्व:

जैसा कि हम लोगों को पता है कि हमारे सभी देवताओं के बीच नागों का हमेशा से सर्वश्रेष्ठ स्थान माना जाता है। जहां विष्णु जी शेष नाग के शैय्या पर सोते हैं। और भोलेनाथ अपने गले में नाग बाबा को लपेट कर रखते हैं। नाग पंचमी का ये त्यौहार सर्प दंश के भय से मुक्ति पाने के लिए और काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए मनाया जाता है। भागवत गीता में भगवान कृष्ण ने अपने को सर्पों में वासुकी और नागों में अनंत कहा है।

Nag Panchami 2024 पूजा मंत्र:

1. अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
शङ्ख पालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा॥
एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम्।
सायङ्काले पठेन्नित्यं प्रातःकाले विशेषतः।
तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत्॥

Nag Panchami 2024

2 . सर्वे नागाः प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।

ये च हेलिमरीचिस्था येऽन्तरे दिवि संस्थिताः॥
ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिनः।
ये च वापीतडगेषु तेषु सर्वेषु वै नमः॥

Nag Panchami 2024

3. ॐ भुजंगेशाय विद्महे, सर्पराजाय धीमहि, तन्नो नाग: प्रचोदयात्।।

4.  ॐ सर्पाय नमः 

Nag Panchami 2024 की शुभकामनाएं:

अस्वीकरण:

Nag Panchami लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। यह अंधविश्वास के खिलाफ है

FAQS:

नाग पंचमी का पर्व क्यों मनाया जाता है?

धर्म की मान्यताओं के अनुसार, नाग पंचमी पर नाग की पूजा करने से लोगों के जीवन में काल सर्प और राहु दोष से मुक्ति मिलती है। पंचमी के शुभ अवसर पर भगवान भोलेनाथ की पूजा के साथ उनके गले में विराजमान नाग देवता की पूजा की जाती है। इस दिन पर नाग बाबा की पूजा करने के साथ-साथ अगर इन्हें दूध भी पिलाया जाए तो इनकी असीम कृपा होती है।

नाग पंचमी कब है?

पंचांग के अनुसार, इस साल का नाग पंचमी 09 अगस्त 2024 को मनाया जायेगा। इस साल नाग पंचमी पूजा की शुरूआत 9 अगस्त 12:36 मिनट पर होगी तथा इसकी समाप्ति 10 अगस्त को रात्रि 3:14 मिनट पर होगा।

नाग पंचमी की कथा क्या है?

पंचांग के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने कालिया नाग को हराया था। और जब नाग और उसकी पत्नी को एहसास हुआ कि भगवान श्री कृष्ण कोई साधारण बालक नहीं हैं, तो उन्होंने नाग के प्राणों को बचाने की प्रार्थना की और भगवान श्री कृष्ण ने कालिया नाग को गोकुल वासियों को न परेशान करने का वादा कराया।

नाग पंचमी के दिन पूजा कैसे की जाती है?

पंचांग के अनुसार, सूर्योदय से पहले उठकर सभी कामों को पूरा करके स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद व्रत का संकल्प लेकर भोलेनाथ के साथ साथ  नाग देवता की पूजा करनी चाहिए।नाग पंचमी के दिन पूजा करने के लिए लगभग 2 घंटे 40 मिनट का शुभ समय मिलता है।

CONCLUSION:

आज के हमारे इस आर्टिकल में Nag Panchami से होने वाले लाभ और सुख शांति की प्राप्ति के बारे में पूरी में जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है। अगर आपको भी नाग देव का त्यौहार पसंद है, और आप  इससे होने वाले लाभ की प्राप्ति कार सकते हैं।

हम आशा करते हैं कि आज का हमारा यह आर्टिकल आपको जरूर पसंद आया होगा तो कमेन्ट करके अपने दोस्तों को शेयर जरूर करें।

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