Bangladesh Violence: बांग्लादेश में फिर से मचा बवाल, 97 लोगो की मौत, MEA द्वारा भारतीयों के लिए अलर्ट जारी
Bangladesh Violence: वर्तमान घटना को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय नागरिकों को अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा नाक करने की सख्त सलाह दी गई है।
Bangladesh के हजारों प्रदर्शनकारी ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा की मांग कर रहे हैं इसलिए उनको वहां से भागने के लिए करने पुलिस ने आंसू गैस और साथ में स्टन ग्रेनेड का भी इस्तेमाल किया। बांग्लादेश की सरकार ने रविवार शाम 6:00 से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की घोषणा की। बांग्लादेश हिंसा पिछले महीने होने के कारण प्रदर्शनों के दौरान पहली बार सरकार ने यह कदम उठाया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रविवार को बांग्लादेश में भड़की हिंसा में 72 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ो लोग घायल बताए जा रहें हैं। पड़ोसी देश बांग्लादेश से एक बार फिर हिंसा की खबर सामने आई है।
Bangladesh में छात्र प्रदर्शनकारी पुलिस और सट्टा रोड पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच एक भयंकर युद्ध शुरू हुआ। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना केेेे इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए पुलिस के द्वारा आसूं गैस और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया।
Bangladesh Violence में सड़के हुए ब्लॉक:
एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ लाठी डंडा जैसे और भी कई चीजों को लेकर वहां पहुंची। जब ढाका के बीच स्थित शाहबाग चौराहे पर यह भीड़ जमा होने के कारण पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच जमकर मार पीट हुआ। जिसमें बहुत सारे लोग जख्मी और मारे गए। इसके अलावा भी और कई प्रमुख स्थानों और शहरों में भी प्रर्दशनकारी और पुलिस कर्मियों के बीच जमकर आमना सामना हुआ। जिसकी वजह से प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख राजमार्गों को ब्लॉक कर दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस के साथ-साथ इस भीड़ में सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थक भी शामिल थे, जिससे प्रदर्शनकरियों से भी उनका कामना सामना हुआ।
Bangladesh Violence में लगाया गया कर्फ्यू:
शेख पीएम हसीना और उनकी पार्टी प्रदर्शनकरियों के दबाव को खारिज करती दिख रही है। सरकार ने हिंसा भड़काने के लिए विपक्षी दलों और जमाते इस्लामी पार्टी और उनकी छात्र शाखाओं को दोषी ठहराया है। राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक के बाद हसीना ने आरोप लगाया कि जो लोग अभी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वह छात्र नहीं, आतंकवादी हैं जो देश को खत्म करना चाह रहे हैं और इसलिए शेख हसीना ने देशवासियों से इस आतंकवादियों को भागने की अपील की।
देश में बढ़ते हिंसा के बाद बिगड़ते हालात को देखते हुए बांग्लादेश सेना ने लोगों से कर्फ्यू का पालन करने के लिए कहा। आईएसपीआर की ओर से जारी किया गया एक प्रेस रिलीज में कहा गया कि Bangladesh सेना बांग्लादेश के संविधान और देश के मौजूदा कानूनों के अनुरूप अपना वादा पूरा करेगी। इस संबंध में, लोगों से कर्फ्यू का पालन करने के साथ-साथ इस उद्देश्य के लिए पूरा सहयोग देने का अनुरोध किया गया है।
बांग्लादेश में लगभग 200 लोगों की मौत:
मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि बांग्लादेश वाइलेंस के पहले छात्र सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को खत्म करने की मांग को लेकर एक महीने से अधिक समय से इस प्रदर्शन का विरोध कर रहे हैं। छात्रों के इस आंदोलन में पहले भी हिंसा भड़क चुकी है। राजधानी ढाका में प्रदर्शनकरियों का विरोध केंद्र माना जाता है। अब तक पूरे देश में लगभग 200 लोग मारे जा चुके हैं।
इस देश में जुलाई में भी हुई थी हिंसा का आंदोलन:
समाचार एजेंसी के मुताबिक उन्होंने कई गाड़ियों में आग लगा दी थी। ढाका के मुंशीगंज जिले के एक पुलिसकर्मी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरा शहर युद्ध के के मैदान में बदल गया है विरोध करने वाले नेताओं ने आंदोलनकारियों से खुद को बास की लाठियों से मारने का आवाहन किया था। क्योंकि जुलाई में हुए इस आंदोलन में प्रदर्शनकरियों को पुलिस ने बड़े पैमाने पर कुचल दिया था। मीडिया के मुताबिक बताया जा रहा है कि Bangladesh के बोगुरा, रंगपुर, सिराजगंज और मगुरा सहित कई जिलों में लोगो की मौत हुई।
बिलों और टैक्सो का भुगतान न करने की मांग:
Bangladesh मीडिया की मुताबिक बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने टैक्स और बिल का भुगतान न करने की मांग की थी। और साथ ही रविवार को काम पर न जाने की माग की थी। प्रदर्शनकरियों में छात्रों के साथ-साथ मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट कुछ समूह भी शामिल नजर आते हैं। प्रदर्शनकारियों ने रविवार को खुले कार्यालय और प्रतिष्ठानों पर भी हमला दिया था। जिस हमले के अंतर्गत ढाका के शाहबाग इलाके में एक अस्पताल, बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी भी बताया जा रहा है। वहां पर मौजूद लोगों ने कहा है कि ढाका के उत्तर इलाके में कुछ कच्चे बम विस्फोट किए गए और गोलियों की आवाज भी सुनाई दी है
भारत-बांग्लादेश बीएसएफ महिला पर हमला कर आरोपी हुआ फरार:
भारत-बांग्लादेश की सीमा पर बीएसएफ की ओर से बयान के मुताबिक बुधवार की रात बहुत सुबह कांस्टेबल ने जिले की रानाघाट इलाके में सीमा बाड़ के पास 13 से 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों को देखा, जो चाकू और तलवार लिए हुए थे वह Bangladesh से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। उसके बाद पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भारत बांग्लादेश सीमा पर स्थित बीएसएफ की एक महिला कांस्टेबल पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने जोरदार हमला कर दिया, जिसकी वजह से उसे महिला कांस्टेबल ने अपने बचाव के लिए गोली भी चलाई। लेकिन हमलावर वहां से भाग निकले। इस बारे में अर्धसैनिक बल ने एक बयान भी जारी किया है।
Bangladesh बीएसएफ की ओर से बयान के मुताबिक बुधवार की रात महिला कांस्टेबल ने जिले की रानाघाट इलाके में सीमा बाड़ के पास 13 से 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों को देखा, जो चाकू और तलवार लिए हुए थे। वह बांग्लादेश से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। तभी उस महिला जवान ने घुसपैठियों को मौखिक चेतावनी देने के बावजूद भी वे उस बीएसएफ महिला कांस्टेबल को चारों तरफ से घेर लिए और उन पर हमला कर दिया तक महिला कांस्टेबल का एक साथी मौके पर पहुंच गया और उन्होंने आतंकवादियों के उपर एक स्टन ग्रेनेड फेका, जो उन्हें रोकने में नाकाम हो गए ।
भारत में घुसपैठ करते 12 बांग्लादेशी हुए गिरफ्तार:
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में भारत आए 12 बांग्लादेशी घुसपैठी को अलग अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया गया। एक अधिकारी कांतिवर्धन ने कहा कि पूछताछ के दौरान, उन्होंने वैद्य दस्तावेजों के बिना Bangladesh से भारत में प्रवेश करने की बात को स्वीकार किया है। न्यूज़ एजेंसी रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने रविवार को बताया कि विद्या दस्तावेजों के बिना त्रिपुरा में आए 12 बांग्लादेशी नागरिकों को राज्य के अलग-अलग जगह से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बीएसएफ कर्मियों के साथ समन्वय बनाकर अगरतला पुलिस स्टेशन के तहत शनिवार रात को लंकामुरा, जॉयनगर, और रामनगर में छापा मारा और 3 महिलाओं सहित 12 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि घुसपैठ बढ़ने के कारण पुलिस ने सीमावर्ती इलाकों में और भी सख्त बढ़ा दी। अधिकारी ने कहा कि यह मामला काफी संवेदनशील है इसलिए हम सीमा पर निगरानी को बढ़ा रहे हैं।
हिरासत में लिए गए छात्रों को रिहा करने का निर्देश:
Bangladesh की मीडिया के मुताबिक, पीएम हसीना ने ढाका में प्रोफेशनल कोऑर्डिनेशन काउंसिल के नेताओं के साथ बैठक में यह घोषणा किया कि पिछले महीने कोटा सुधार आंदोलन के दौरान हिरासत में लिए गए छात्रों को रिहा करने का निर्देश दिया है
Bangladesh हिंसा से बचने के लिए भारतीय उच्च योग ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर:
Bangladesh में हुए इस हिंसा को लेकर सिलहट में भारत के सही सहायक उच्चायोग ने प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी समर्थकों के बीच हुए हिंसा के लिए भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह देते हुए एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर +88-01313076402 पर संपर्क करने की सलाह दिया है।
FAQS:
Conclusion:
आज के हमारे इस आर्टिकल में हैप्पी फ्रेंडशिप के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करने की कोशिश की है कि इस दोस्त को दोस्ती बरकरार रखने के लिए, ‘विश करने के लिए क्या करना चाहिए’ इसके बारे में बताया है।
हम आशा करते है कि आज का हमारा ये आर्टिकल आपको जरूर पसंद आया होगा। अगर आपका भी कोई प्यारा दोस्त है तो उसे विश करके ये शायरी जरूर शेयर करें।
Read Also: Ismail Haniyeh Kand